Monday, June 27, 2011
आज का अविस्मरणीय दिवस -27 June 2011
आज का अविस्मरणीय दिवस -
आज दिनांक 27/6/2011 को मैने सुबह 5.40 बजे उठकर बिस्तर पर गुरूदेव दत्त को प्रणाम कर ‘‘अवधूत चिंतन’’ व दण्डवत के पश्चात मेरे परम पूज्यनीय पिताश्री को नमस्कार व अभिवादन पश्चात इंटरनेट पर निर्मलबाबाजी का कार्यक्रम देखा उसमें उन्होने पर्स निकालने को कहा 10 की नई गड्डी जिन्होने नहीं रखी हो उन्हे रखने का कहा तथा काला पर्स अच्छी ब्रांडेड कम्पनी का लेने को कहा
उनके परम आशीर्वचनीय मार्गदर्शनानुसार मैने कल बैंक आॅफ इंडिया के कमलेश भाई से रविवार के बाजार में बातचीत कर ली थी । उस अनुसार मैं 10ः55 पर बैंक आॅफ इंडिया गया तथा कमलेश को ढूंढा वह वहां नहीं था। फिर मैने पता किया तो वहां पर कहा गया कि मोरे जी से बात कर लो मिल जायेगी। उस दौरान मैं यह सोचता रहा कि काश मुझे 501 वाली गड्डी मिल जाये। इस प्रकार 10-11 मिनट पश्चात मोरे जी आये उन्होने केबिन में प्रवेश किया । मैने उन्हे 500 का एक 100 के 5 नोट इस प्रकार 1000 रू दिये । उन्होने मुझे एक नई फ्रेश 10 रूपये के नोट वाली गड्डी दी और क्या आश्चर्य कि उस पर पहला नोट पर नंबर था 211501 .... मेरा टेलिफोन नंबर भी है.... 9826822501 इस प्रकार मेरा विश्वास निर्मल बाबा पर अतिदृढ हो गया । श्री गुरूदेव दत्तजी से तथा निर्मल बाबाजी से प्रार्थना है कि इसी प्रकार मेरे परिवार पर कृपा बनाये रखे व मेरे हर्ष का हाथ जो होली के दिन मेरी गलती के कारण जल गया था उसके हाथ से निशान गायब करवा कर उसका हाथ पहले जैसा प्राकृतिक करने की महति अनुकम्पा करें। मुझे विश्वास है गुरूदेव दत्त व निर्मल बाबाजी मेरी विनती अवश्य स्वीकार कर मुझ पर अनुकम्पा अवश्य करेंगे।
आपका सदैव शिष्य
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