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Wednesday, May 2, 2012

बाबा पर दृढ विश्वास मेरा ............... आज भी होते है मेरे काम लेकर निर्मलसांई का नाम

बाबा पर दृढ विश्वास मेरा ............... आज भी होते है मेरे काम लेकर निर्मल
सांई का नाम .......................चाहे कोई चोर कहे चाहे कोई शिरजोर मेरे बाबा तो है सिरमौर ................ जय निर्मल बाबा की ......................
 बाबा जय निर्मल बाबा जिन्हे लोगों ने सांई का अवतार माना मैं मानता हूं कि बाबा के पास अत्यधिक पैसा आ गया है लेकिन वह पैसा उन्हे उनके भक्तों ने दिया है वे किसी के पास चंदा मांगने, डकैती डालने, या फिर कोई गंदे धंदे कर उन्होने नहीं कमाया है इसलिए मेरा विश्वास है कि जितने भी निर्मल बाबा के भक्त है वे उन पर अटल श्रद्धा रखें मैं भी नहीं कहता कि वे उन्हें दसवंद भेज दसवंद ना भेजे पर उनके बताये गये रास्तों पर चलकर अपने इमान को कायम रखे अपनी नियत अपना व्यवसाय अपने इष्ट को पूजना सांई मंदिर जाना वहां पर पैसे चढाना बंद मत कीजिए क्योंकि वे साक्षात सांई के अवतार है और यह एक विडंबना है कि उन पर इतना बुरा समय आ गया है मैं ईश्वर सांई से प्रार्थना कामना करता हूं कि इस समय निर्मल
 बाबा की सांई शिव भगवान रक्षा करे और उन्हें कोई भी ऐसा कृत्य न करने दें जिससे भक्तों के दिलों को चोट पहुंच सके जय निर्मल सांई की

अच्छे विश्वसनीय (निंदनीय) लोगों द्वारा दिया गया सरल साधारण को धोखा .........

अच्छे विश्वसनीय (निंदनीय) लोगों द्वारा दिया गया सरल साधारण को धोखा .........
पूर्ण विश्व में शक्तियों के कारण तथा मेरी वजह से सारे काम होते है, ऐसा श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है श्रीकृष्ण कहते है कि दुनिया में अपनी नीति, अपने नियम, अपना ईष्ट एक ही होना चाहिए अपनी स्त्री और अपनी लक्ष्मी के प्रंति वफादार रहना चाहिए।
    मेरा यह कहना है कि दुनिया में किसी ने भी किसी के भी एक पैसा हो या एक रूपया हो या एक लाख एक करोड़ वह एक बार लेना भूल सकता है लेकिन एक भी ऐसा आदमी मुझे कोई बात दे जो देना भूल गया हो, हां यह बात अलग है कि उसकी नियत खराब हो जाये या ज्यादा जैसे देकर वह यह कह दे कि मुझे नहीं देना है तो उसका भुगतान इस धरती पर और इसी जीवन पर करना है ।
    मैं इतना सरल और सादा जीवन व्यतीत कर रहा हूं कि मुझे श्री राजेन्द्र शर्मा (राजा) जो मेरे जीवन में आदर्श के रूप् में रहे उन्होने मुझे वर्ष 2011 मंे एक प्लान बताया कि तुझे अजजा के 22 छात्राओं को पढाना है जिसमें जो भी मिलेगा उसमें 50 - 50 प्रतिशत अपन दोनो बांट लेंगे। जो खाद्य विकास प्रशिक्षण निगम के अंतर्गत उन्हें 1000 रू प्रतिमाह के हिसाब से दो माह मैने प्रशिक्षण दिया उसमें मैने उनके लिए खुर्सी, दरी, कम्प्यूटर बिजली खर्चा की । तथा मार्च 2012 के पहले मैं स्वयं के व्यय से 500 रू खर्चा कर इंदौर गया और 57000 रूपये का चेक लाया । जब चेक राजा शर्मा के हाथ में दिया तो उनकी नियत पलट गई उन्होने सीधे कहा तुझे केवल 8 हजार मिलेंगे जबकि मेरा हिस्सा करीब 22 से 25 हजार बन रहा था। मेरे बाद में कहने पर उन्होने 10 हजार रूपये दिये । मैं कहता ईश्वर ऐसा क्यों करता है कि हम जिस पर विश्वास करते है वहीं हमें धोखा देता है। मेरी बाबा से दुआ है कि बाबा इसकी रक्षा करे अन्यथा मेरी बददुआ से यह आदमी नहीं बच पायेगा। इसी तरह सन 2003 में राजेन्द्र गाड़वे कांग्रेस का नेता जो बहुत हरामखोर है ने मेरे 25 हजार रूपये खा लिये जिसमें राजेन्द्र मोतियानी ने गारंटी ली थी मुझे लगता है राजेन्द्र नाम के कुछ व्यक्ति मेरी जिंदगी के लिए अभिशाप रहे है। मैं कहता हूं कि जिस जिस ने मेरे साथ धोखा किया है भगवान उनको ऐसी सजा दे कि वे जिंदगी में फिर किसी के साथ धोखा और किसी का पैसा खाने लायक बचे ही नहीं । यह मेरी जीवन की सच्चाई है और इसे मैं इसलिए नेट पर नहीं डाल रहा हूं कि इन लोगो से मुझे कोई लेना देना है मैं तो कहता हूं कि हो सकता है भगवान इनको एक दिन सजा जरूर दे पर मैं अपने सादे जीवन उच्च विचारों के चलते इनके खिलाफ कोई कार्यवाही या इन्हे कुछ कह नहीं सकता। राजेन्द्र शर्मा राजा भैया फिर अप्रैल के अंत में उसके जैसा ही एक प्रोजेक्ट लाये पर इस बार उनकी नियत इतनी खराब हो चुकी है कि वे इसमें कपिलेश जो उनका रिश्तेदार है उसके नाम से चलाकर पूरा 60 से 80 हजार रूपया खा जाना चाहते है किन्तु यह पैसा इन्हे पचेगा कैसे। यह बड़े निर्मल बाबा के भक्त बनते है बाबा तो सच्चाई, और नियम पर चलने को कहते है तथा किसी का दिल नहीं दुखाना किसी की आह नहीं लेना तो बताओं यह लोग कैसे मेरी आह से बच सकेंगे। मैने मेरी सच्चाई बयां कर दी आपकी भी कोई सच्चाई हो जो जीवन में कड़वी लगी हो तो निर्मलसांई का नाम लेकर अपने ब्लाग पर लिख दें। ईश्वर आपकी अवश्य सहायता करेंगें । अपनी सच्चाई और इमानदारी से कार्य करने वालों का ईश्वर साथ देता हैं। जय निर्मल दरबार की जय निर्मलसांईदत्त भैरव नाथ की .....