Monday, January 3, 2011
शिर्डी सांइ दर्शन २९ दिसं. २०१०
मै पंकज सोनू मोनू जयेश व हर्ष हम सबने मिलकर इंडिका की गुरूवार को हम शिर्डी व शिंगणापूर के दर्शन किये । मेरा शिर्डी दर्शन इस बार अच्छा नहीं रहा चलो जैसी बाबा की मर्जी उनकी इच्छा बगैर उनके दर्शन संभव नहीं फिर भी एक बात अच्छी रही कि उदी हमें समय पर मिल गई । उदी का महिमा अत्यंत महान है। हम यहां से सुबह ४ से ५ के बीच में बिजासन शिरपूर नरडाणा मनमाड मालेगाव कोपरगांव होते हुए शिर्डी पहुंचे । वहां हमें देर होने का कारण बिजासन में जा लगा हुआ था इस कारण एवं शिर्डी में गुरूवार होने के कारण बहुत भीड उमड पडी थी फिर भी हम वहां जलद से जल्द दर्शन कर शनिदेवता की दर्शन करने जा पहुंचे । वहां पर हमने स्नान किया वहां मैने पंकज ने फोटो ली एवं उन क्षणो को कैमरे में कैद कर लिया। वहां से हम त्रंबकेश्वर के लिए रवाना हुए वहां हमें काफी रात होने के कारण भक्त निवास में कमरा नहीं मिला इसलिए प्राईवेट लाज शिवगंगा में ४०० रू रात के लिए कमरा बुक कराया। एवं सुबह त्रंबकेश्वर शिव के दर्शन किये वहां हमें सभी को वहां के पूज्यनीय पंडित जी ने रूद्रा़क्ष भेंट किये। जिसमें मुझे ४ मुखी, सोनू को पंचमुखी पंकज मोनू को ५ मुखी रूद्राक्ष मिले। वहां से पंकज ने ब्लेंकेट तोरण आदि सामान की खरीदी कर ली। वहां से हम सप्तश्रृंगी माता के दर्शन हेतु वणी गड के लिए निकले दोप १२ बजे पहुंचेमाता के अतिउत्तम दर्शनकर उनका परम आशीष ग्रहण कर सापूतारा के लिए रवाना हुए। सापूतारा जाने की इच्छा मेरी शादीके समय से थी किन्तु शादी के ५ वर्ष बाद जाने को मिला। वहां जाने के बाद बहुत मजा किया उंट पर बैठे पंकज घोडे पर बैठा वहां फोटो लिये स्टेप गार्डन देखा साथ में श्याम भैया जिनकी गाडी ले गये थे उनकी फोटो खींची । वहां से घर के लिए निकले.
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shayad tum sahi ho ya galat pata nahi
ReplyDeleteApp ne Sabhi Jagah ke Darshan Achhe se kar liye honge
ReplyDeleteek Panchmukhi rudraksh mere pass bhi hai pata to hoga tumhe
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