आज के
वर्तमान समय को देखते हुए हमें लगता है कि आज का मनुष्य अपने जीवन में परिवर्तन
लाने में बहुत देर कर देता है कि जिसके कारण उसे दुख का सामना करना पडता है। और
फिर मनुष्य अपने जीवन में सुख पाने हेतु भविष्य, पंडीत, ज्योतिषियों का सहारा लेने लगता है फिर यही सभी लोग उसे अंगूठी, तंत्र, यंत्र के जाल में फसा देते है और वह अपने ही अंदर समाहित उच्च शक्तियों
को भूल जाता है जो विधाता परम पिता शिव द्वारा उसे प्रवाहित की गई है जो उसके हि
अंतर में समाहित है बस उसे जरूरत है तो जगाने की क्यों कि ईश्वर से बडी कोई शक्ति
न तो विश्व में विद्यमान है और ना ही कोई हो सकती है मैंने अपने स्वयं के अनुभव
से कई बार अनुभव किया है कि मैने और मेरी पत्नी ने ईश्वर जो भी पाया है वह केवल
और केवल उसकी मर्जी से ही ईश्वर ने हमें दिया है हमें पता ही नहीं चलता है कि
हमें यह परेशानी आई है और हम कब उसके द्वार पर पहुंच जाते है और कब वह हमारी सारी
उलझने सुलझाकर हमारी झोली भर देता है। वैसे तो ईश्वर का बखान करने की किसी भी
प्रकार की मेरी शक्ति नहीं है परन्तु फिर भी मैं अपने वह सभी अनुभव जो मेरे ईष्टदेव
शिव शंकर भोलेनाथ से जुडे हुए है आपको
उसमें ले जाकर उससे अवगत कराने का प्रयास करूंगा। मुझे एक शारीरिक व्याधि हो गई
थी मेरी सास व मेरे साले साहब व उनकी धर्म पत्नी सभी औरंगाबाद महाराष्ट्र में
निवास करते थे। यह लगभग २०१६ की बात है तब मेरे साडू साहब जो सेंधवा में ही निवास
करते है उनकी कार लेकर हम घृष्ण्ोश्वर महादेव ज्योतिर्लिंग के दर्शन हेतु गये वहां सभी ने दर्शन कर एक दिन मेरे साले साहब के निवास पर विश्राम
किया तत्पश्चात हम हमारे निजी निवास आने के लिए रवाना हुए। उसके 5-6 दिन पश्चात
तक मैं भूल ही गया कि मुझे कोई शारीरिक व्याधि हुई थी। तो ऐसे है मेरे ईष्टदेव
शिव शंकर भोलेनाथ। ऐसे कई अनुभव है जो मेरे साथ जुडे है परन्तु मैं एक बात बताना
चाहता हूं। हर मनुष्य का अनुभव, विश्वास, ईष्टदेव, परम पिता पर भरोसा या कौन से ईश्वर की वह अटूट भक्ति करता है और उसकी
इस असीम भक्ति का उसे कोई न कोई प्रसाद अवश्य मिलता है जिसे हम अनुभव के रूप में कभी
भी आजीवन भूला नहीं पाते है। इसलिए आपसे विनम्र निवेदन है कि अपने ईश्वर पर पूर्ण
विश्वास भरोसा रखिए वह आपका केवल अच्छा ही करेंगे और एक बात हमेशा याद रखिए आप
किसी के बारे में बूरा तो सोचिए भी मत। ईश्वर आपका बूरा
होने ही नहीं देगा। यह
मेरा 100 प्रतिशत विश्र्वास है और रहेगा।
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